Wednesday, April 24, 2019

Ayushyache kahi kshan - आयुष्याचे काही क्षण


             आयुष्याचे  काही  क्षण

आयुष्य  कधी  उन्हाचे  चटके  तर  कधी  मायेची  सावली  देऊन  गेले,
कधी  गुलाबाचे  काटे  तर कधी  पाकल्यांची झालर देऊन गेले,
कधी  सप्तरंगी  इन्द्रधनुष्य  तर  कधी  आभाळाची सावट देऊन  गेले,
जगण्याची  मजा  कशी  जगण्यात  आहे  त्याची  शिकवण देऊन  गेले 
आयुष्य  जगायाचे  मला  शिकवून  गेले

आयुष्याचे काही  क्षण  हसू  तर  काही  क्षण  आसवे  देऊन  गेले,
कधी  वसंत कधी  शिशिर  तर  कधी  मातीचा  सुगंध  (आयुष्यात) दरवळून गेले,
क्षण  भंगुर  ते  सारे काही  क्षणात  विसरून  गेले,
पण  प्रतेक  वेळेस काही  नवीन (शिकवण) देऊन  गेले,
आयुष्य  जगायाचे  मला  शिकवून  गेले

आयुष्य  कधी  लख्ख  प्रकाश  तर  कधी  अंधारमय  होऊंन  गेले,
कधी  हळूवार  वा़ऱ्याचा झोका  तर  कधी  वादळी  रात्र  होऊंन  गेले,
रात्र  वादळी  होती  पण  लढणयाची ताकद  मला  देऊन  गेले,
नवीन  जगण्याची  आशा  मला  देऊन  गेले,
आयुष्य मला जगायाचे  शिकवून  गेले......आयुष्य मला जगायाचे  शिकवून  गेले

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